सप्तम भाव पर ग्रहों की दृष्टि | Saptam Bhav Par Grahon Ki Drishti
कुंडली में सप्तम भाव लग्न से 7 वां घर होता है। हमारी कुंडली में इसे सबसे महत्वपूर्ण घरों में से […]
कुंडली में सप्तम भाव लग्न से 7 वां घर होता है। हमारी कुंडली में इसे सबसे महत्वपूर्ण घरों में से […]
गुरु और शनि दोनों धीरे चलने वाले अर्थात एक राशि पर लंबे समय तक संचरण करने वाले होते हैं। इन
शुक्र ग्रह भोग और ऐश्वर्य के नजरिए से बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह है। अगर किसी की कुंडली में शुक्र ग्रह
आमतौर पर हर व्यक्ति शनि ग्रह से डरता रहता है। जो लोग इनकी ताकत को नहीं समझ पाते वह इनसे
दोस्तों हम सभी के जीवन में शनि एक बहुत महत्वपूर्ण ग्रह हैं क्योंकि यह हमारे कर्म को निर्धारित करते हैं।
कुंडली में शनि एक ऐसे ग्रह हैं जिनसे हर व्यक्ति कहीं ना कहीं भयभीत रहता है। लोग अक्सर अपनी समस्याओं
हमारे समाज में शनि ग्रह के बारे में अनेक भ्रांतियां फैली हुई हैं। मैं यह नहीं कहूंगा कि सभी प्रांतीय
शनिदेव एक ऐसे ग्रह हैं जो जिस भाव में बैठते हैं उस भाव की वृद्धि करते हैं लेकिन उनकी दृष्टि
कुंडली में सातवां भाव विवाह तथा व्यापार का होता है। अक्सर लोग घबराते हैं कि अगर उनके सातवें भाव में
कई बार लोग अपने जीवन के सभी कष्टों का कारण शनि को बताते हैं। हमारे समाज में शनि की ऐसी
देव गुरु बृहस्पति को ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व दिया गया है। ये सभी देवताओं पर अपनी नजर बनाए रहते
ज्योतिष शास्त्र में दो ऐसे ग्रह हैं जिनको लेकर हम सभी के मन में कई सारी भ्रांतियां बनी रहती हैं