पूजा घर का कलर कैसा होना चाहिए? (Vastu tips)

वास्तु शास्त्र ऊर्जा का विज्ञान है और यह विभिन्न प्रकार के तत्वों का इस्तेमाल करके हमारे घर की ऊर्जा को ऊपर उठाने में मदद करता है। क्या इसमें रंगों का भी योगदान होता है?

जी हां, घर की ऊर्जा को बढ़ाने में रंगो का भी बहुत बड़ा योगदान होता है। रंग हमारे जीवन को खुशहाल भी बना सकते हैं और दुखदाई भी।

एक खंडहर भी अच्छे से रंग पेंट कर देने के बाद सुंदर और आकर्षक हो जाता है। हमें सिर्फ उस जगह के रंग ही नहीं लुभाते बल्कि वहां की उर्जा भी हमें अपनी और आकर्षित करती है।

पूजा घर का कलर कैसा होना चाहिए
पूजा घर का कलर कैसा होना चाहिए?

पूजा घर में भी रंगों का महत्व होता है। वैसे पूजा घर पहले से ही सकारात्मकता से भरपूर होता है लेकिन सही रंगों का उपयोग करने से वहां नकारात्मकता प्रवेश नहीं कर पाती जिससे हमारा जीवन खुशहाल रहता है।

आज मैं आपको पूजा कक्ष के लिए उपयोगी कुछ रंग बताने वाला हूं जिनका इस्तेमाल करके आप अपने पूजा घर को वास्तु के नियमों के अनुकूल बना सकते हैं इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

पूजा घर का कलर कैसा होना चाहिए? Puja ghar ka colour kaisa hona chahie

दोस्तों पूजा रूम घर का सर्वश्रेष्ठ स्थान होता है। हम अपने दिन का कुछ महत्वपूर्ण समय यहां पर बिताते हैं जिससे हमारे विचारों में शुद्धता आ जाती है और हमारा दिन बहुत अच्छे से बीतता है।

पूजा घर में सही रंगों का उपयोग करने से विचारों की शुद्धता बरकरार रहती है इसलिए हमें रंगों का उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए। हमेशा पूजा घर में वास्तु के अनुसार बताए गए रंगों का उपयोग करना चाहिए। चलिए जानते हैं कि वह कौन से रंग हैं

पीला रंग | Yellow colour

पीला रंग भगवान सूर्य देव का रंग है। यह रंग खुशी और आशावाद का प्रचारक है। वास्तु शास्त्र में पीले रंग को एक शुभ रंग माना जाता है और इसका आध्यात्मिक महत्व भी है।

पीले रंग का आध्यात्मिक महत्व ही इसे पूजा घर में उपयोगी बना देता है क्योंकि हम पूजा घर में अपना ध्यान एकाग्र चित्त करने के लिए ही तो जाते हैं।

अगर आपके पूजा घर में सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पा रही है तो आपको अवश्य ही पीले रंग का उपयोग करना चाहिए। पूजा घर में उपयोग हुआ पीला रंग सूर्य की रोशनी और ऊर्जा की कमी महसूस नहीं होने देता।

पूजा घर में पीले रंग का उपयोग करने से घर के सदस्यों की निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है। वे कठिन से कठिन समस्याओं से चुटकियों में छुटकारा पा लेते हैं।

नारंगी रंग | Orange colour

नारंगी रंग को साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस रंग का उपयोग पूजा घर में करने से सदस्यों के भीतर साहस और शक्ति में वृद्धि होती है।

नारंगी रंग का ईट टोन (Muted brick) पूजा घर के लिए सर्वश्रेष्ठ है क्यों किया है ऊर्जा का संचार करता है और प्रार्थना करने के लिए उत्तेजना प्रदान करता है।

पूजा घर हमेशा ताजा और हवादार होना चाहिए। पूजाघर में हल्के नारंगी रंग का इस्तेमाल करने से वहां ताजा और हवादार माहौल बन जाता है।

हमें कभी भी पूजा घर में गहरे रंगों का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह ध्यान आकर्षित करते समय हमारा मन विचलित कर सकते हैं।

सफेद रंग | White colour

पूजा घर में हमें साफ सफाई का ध्यान अवश्य रखना चाहिए क्योंकि भगवान को गंदगी में रखना उचित नहीं होता। इसके पूरे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

अगर स्वच्छता की बात होती है तो हमारे दिमाग में सफेद रंग का ख्याल अवश्य आता है। सफेद रंग, शुद्धता का प्रतीक होने के कारण, इसका इस्तेमाल पूजा घर में कर सकते हैं।

पूजा घर के लिए रंगों के चुनाव में सफेद रंग चुनना एक सकारात्मक स्थान बनाने की दिशा में कदम है। पूजा घर में सफेद रंग की शुद्धता और स्वच्छता के कारण ध्यान लगाने में मददगार साबित हो सकता है।

हरा रंग | Green colour

बहुत सारे लोग बाहर पार्क में या फिर कहीं सुंदर हरियाली में मेडिटेशन या अन्य कार्य करने जाते हैं क्योंकि प्रकृति की सुंदरता और हरियाली के मध्य ध्यान लगाने में आसानी होती है।

क्यों ना हम पूजा घर को भी हरियाली से भर दें ताकि वहां भी ध्यान लगाने में आसानी हो इसलिए हमें पूजा घर की दीवारों पर हरे रंग का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे आध्यात्मिक कार्य में सहजता रहे।

हरा रंग जीवन, प्रकृति और सद्भाव का प्रतीक है। यही तीन कारण इस रंग को इतना शुद्ध बना देते हैं की इसका उपयोग हम पूजा घर में कर सकते हैं।

सुनहरा रंग | Golden colour

गोल्डन कलर का उपयोग पूजा घर में करना सही हो सकता है। यह पूजा घर में उर्जाओं के शुद्धिकरण का काम कर सकता है।

गोल्डन कलर आपके पूजा घर को आकर्षक भी बना सकता है। हमें सदैव ही अपने पूजा घर को आकर्षक और सुंदर बना कर रखना चाहिए जिससे स्वयं भी हमारा मन बार-बार पूजा करके ओर खिंचा चला जाए।

दोस्तों मैंने आपको पांच ऐसे रंगों के बारे में जानकारी दे दी जिनका उपयोग आप अपने पूजा घर में कर सकते हैं। अब कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं हैं जिनके बारे में जानना आवश्यक है।

महत्वपूर्ण सूचनाएं | Important tips

1. पूजा घर में गाढ़े रंगों का प्रयोग करने से बचें। गाढ़े रंग आपके आध्यात्मिक कार्यों में बाधा डाल सकते हैं या यूं कहें कि वह आपका ध्यान भटकाने का कार्य भी कर सकते हैं।

2. अगर आप अपने पूजा घर में संगमरमर लगाने का सोच रहे हैं तो न्यूनतम पट्टियों के साथ एक सफेद या ऑफ-व्हाइट संस्करण चुनने पर विचार करें।

3. पूजा घर में काले रंग का उपयोग करने से बचें। कई बार लोग शौकिया तौर पर पूजा घर में भी काले रंग का उपयोग कर देते हैं लेकिन शायद आपको पता नहीं है वास्तुशास्त्र में काले रंग को विघटनकारी रंग माना जाता है।

काला रंग पूजा घर में बहने वाली सकारात्मक ऊर्जा को कमजोर कर सकता है। जिसके बुरे प्रभाव हम पर भी पढ़ सकते हैं इसलिए पूजा घर में काले रंग का उपयोग करने से बचें।

निष्कर्ष | Conclusion

हमें पूजा घरों में हल्के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए और गाढ़े रंग खास करके काले रंग से बचना चाहिए।

अगर आप घर के बाहरी दीवारों के रंगों की जानकारी लेना चाहते हैं तो दी गई लिंक पर जाएं।

अगर आप बैडरूम का रंग कैसा होना चाहिए इसके बारे में जानकारी चाहते हैं तो दी गई लिंक पर जाएं।

आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके बताना ना भूलें।