भीम का वजन कितना था | भीम के गदा का वजन कितना था? (सब जानकारी)

हिंदू धर्म में महाभारत की मान्यता उच्चतम स्तर पर है. महाभारत एक पौराणिक, धार्मिक ग्रंथ है जोकि काव्य रूप में लिखा गया है. इसीलिए इसे काव्य ग्रंथ कहा जाता है. महाभारत विश्व का सबसे लंबा साहित्यिक और काव्य ग्रंथ है.

महाभारत की कथा में कौरवों और पांडवों के बीच हुए प्रचंड युद्ध का वर्णन है. जिसमें ऐसे कई किरदार हैं जैसे कृष्ण ,कर्ण ,अर्जुन, भीम जिनके बारे में चर्चा अक्सर होती रहती है.

आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से भीम के बारे में चर्चा करने वाले हैं. आज तक हमारे मन में भीम को लेकर जो भी सवाल थे उन सभी सवालों के उत्तर इस आर्टिकल में आज आपको मिल जाएंगे. इसलिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें.

भीम के पिता कौन थे?

भीम के पिता पांडू थे. और अगर आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखें तो भीम पवन पुत्र थे. भीम की माता ने पांडू के कहने पर दुर्वासा ऋषि के दिए मंत्रों का जाप करके पवन देवता का ध्यान किया. और पवन देवता ने प्रसन्न होकर उन्हें भीम के रूप में अपना पुत्र दिया.

भीम की माता का नाम क्या था?

भीम की माता का नाम था कुंती. जिन्होंने पवन देवता का स्मरण करके भीम को प्राप्त किया था.

भीम का विवाह

भीम के विवाह को लेकर भी लोगों के मन में बहुत सवाल रहते हैं. जैसे भीम के कितने विवाह हुए थे, भीम की कितनी पत्नियां थी. आज मैं इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको दूंगा. आपको बता दें की भीम के कुल तीन विवाह हुए थे.

भीम का पहला विवाह

लाक्षागृह के षड्यंत्र से बच बचाकर पांडव भाई माता कुंती के साथ वन में रहने लगे. क्योंकि वो हस्तिनापुर से छुपना चाहते थे. उसी जंगल में राक्षस हिडिंब और उसकी बहन हिडिंबा रहते थे. वह दोनों मां काली के बहुत बड़े भक्त थे.

और वह देवी मां को हर रोज एक इंसान की बलि देते थे. एक रात हिडिंबा देवी मां की बलि की खोज में निकल पड़ी. तब उसकी नजर भीम पर पड़ी और वह भीम को देखकर मोहित हो गई.

पर जब उसके भाई को यह सब पता चला तो वह भीम को देवी मां की बलि देने के लिए पकड़ने चल दिया. जब हिडिंब ने भीम को पकड़ने की कोशिश की तो उन दोनों के बीच में घमासान युद्ध हुआ. और फिर भीम ने हिडिंब को मार गिराया.

हिडिंबा ने जब भीम के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा तो भीम ने साफ इंकार कर दिया. पर माता कुंती के आदेश पर भीम और हिडिंबा का विवाह संपन्न हुआ.
यह कथा भीम के पहले विवाह की है.

भीम का दूसरा विवाह

भीम का दूसरा विवाह माता कुंती की गलती के कारण हुआ था. जब अर्जुन द्रौपदी को स्वयंवर से जीत कर लाए थे. तब भीम और अर्जुन ने माता कुंती से उपहास करते हुए कहा कि देखो मां हम कमाल की भिक्षा लेकर आए हैं और द्रौपदी को सामने कर दिया.

उस समय माता कुंती भोजन बनाने में व्यस्त थी और उन्होंने बिना देखे ही कह दिया की जो भी विशाल आए हो उसे पांचों भाइयों में बांट लो. फिर द्रोपदी का विवाह पांचों पांडवों से हुआ. इस प्रकार भीम का दूसरा विवाह संपन्न हुआ.

भीम का तीसरा विवाह

भीम का तीसरा विवाह वालंधरा से हुआ था जो कि अंग देश की राजकुमारी थी.

भीम के कितने पुत्र थे?

भीम के कुल 3 पुत्र थे

1. घटोत्कच
घटोत्कच भीम और हिडिंबा का पुत्र था. जिसने कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध में बहुत अहम भूमिका निभाई थी.

2. सुतसोम
सुतसोम भीम और द्रौपदी का पुत्र था.

3. सर्वग
सर्वग भीम और बालंधरा का पुत्र था.

भीम की शक्ति

भीम के अंदर असीम शक्तियां थी. क्योंकि कुंती ने भगवान पवन से एक ऐसा पुत्र मांगा था जो कि उसके जेष्ठ पुत्र युधिष्ठिर की रक्षा कर सके. जब भीम 3 महीने के थे तब कुंती उनको अपनी गोद में लेकर बैठी थी. तभी एक सिंह की गर्जना सुनकर कुंती खड़ी हो गई.

जिससे बच्चा उनकी गोद से जमीन पर गिर गया. जब उन्होंने नीचे गिरे बच्चे को उठाया तो बच्चा तो बिल्कुल ठीक था. लेकिन नीचे की चट्टान जिस पर बच्चा गिरा था वह टूट गई थी. इससे हम भीम की शक्ति का अंदाजा लगा सकते हैं.

भीम के पास कितने हांथियों का बल था?

दोस्तों यह हम सब जानते हैं कि भीम बहुत बलशाली थे. फिर यह सवाल उठता है, कि आखिर भीम पास कितने हाथियों का बल था? महाभारत ग्रंथ के अनुसार भीम के पास 10000 हाथियों का बल था.

भीम के पास 10000 हंथियों का बल कहां से आया?

इसके पीछे की एक छोटी सी कहानी है कि भीम के पास 10000 हाथियों का बल आया कैसे. भीम और उनके भाई बचपन में दुर्योधन और उसके बाकी भाइयों के साथ एक साथ खेला करते थे. तब दुर्योधन और उसके बाकी भाई सबसे ज्यादा भीम से जलते थे.

क्योंकि भीम उन सभी में सबसे ज्यादा शक्तिशाली था. और जब कभी दुर्योधन भीम के भाइयों को छेड़ता तो भीम दुर्योधन और उसके भाइयों की बहुत पिटाई करता था. एक बार दुर्योधन ने भीम के खाने में जहर मिला दिया. और जब भीम वह खाना खाकर मूर्छित हो गया.

तब उसने उसे बांध कर नदी में फेंक दिया. इस बंँधी हुई हालत में ही भीम बहते बहते पाताल लोक चला गया. वहां पाताल लोक में उन्हें कई नागों ने घेर लिया और उन्हें डसना शुरू कर दिया. उनके इस प्रकार डसने से भीम के खाए हुए जहर का असर खत्म हो गया. और उन्हें होश आ गया.

भीम की नजर जब अपने चारों ओर पड़ी तो वह नागों से घिरे हुए थे. उन्होंने नागों को एक-एक करके मारना शुरू कर दिया. कई नागों के मर जाने के बाद सारे नाग घबराकर भाग गए और जाकर सारी बात नागराज वासुकी को बताई.

तो नागराज वासुकी अपने साथियों के साथ भीम के पास आया.नागराज वासुकी के एक साथी आर्यक ने भीम को पहचान लिया. क्योंकि वह आर्यक नाग भीम के नाना का नाना था.

तब नाग आर्यक ने नागराज वासुकी से निवेदन करके भीम को नागलोक के उन कुंडों का रस पिलाया जिसे पीने से हजारों हाथियों का बल प्राप्त हो जाता था. इस प्रकार भीम को 10000 हाथियों का बल प्राप्त हुआ था.

भीम का वजन कितना था?

दोस्तों भीम के वजन के बारे में कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है. वैसे भी महाभारत के काल में कोई वजन नापने वाली मशीन तो थी नहीं. वैसे हम कहानी से यह समझ सकते हैं कि भीम का शरीर बहुत ही हष्ट पुष्ट था. क्योंकि जितना खाना उसके चारों भाइयों और उसकी मां खाते थे उतना खाना अकेले भीम को ही चाहिए था.

भीम के गदा का वजन कितना था?

बहुत सारे लोगों के मन में यह भी सवाल रहता है कि भीम के गदा का वजन कितना था. उसका भी कोई जवाब कहीं भी उपलब्ध नहीं है. वैसे हम यह जानते हैं कि भीम बहुत शक्तिशाली था और वह अपने गदा के एक घाव में ही सामने वाले को ध्वस्त कर देता था.

भीम की हाइट कितनी थी?

दोस्तों भीम की लंबाई के बारे में भी हमारे पास कोई खास जानकारी उपलब्ध नहीं है. क्योंकि उस समय ऐसा कोई यंत्र नहीं होता था जिससे मनुष्य की लंबाई नापी जा सके. और हमारे ग्रंथों में भी इसका वर्णन कहीं नहीं है.