मीन राशि का जीवनसाथी (5 राशियां)

मीन राशि चक्र की बारहवीं राशि है। इस राशि में जन्म लेने वाले जातक भावनात्मक, कल्पनाशील, दयावान और कलात्मक होते हैं।

ये अपने जीवन में अक्सर सच का सहारा लेते हैं क्योंकि ये झूठ बोलकर अपने जीवन को उलझाना नहीं चाहते। इनके अपने जीवन साथी से ये इक्षा होती है की वह भी इनके प्रति इमानदार और वफादार रहे।

मीन राशि जल तत्विय राशि है इसलिए इनके जीवन में भावनाओं का बहुत महत्व होता है। अगर इन्हें ऐसा साथी मिल जाए जो इनकी भावनाओं की कद्र करे तो बेहतर रहेगा। अगर वो भी भावनात्मक तौर पर बली हो तो अति उत्तम रहेगा।

मीन राशि वाले कलात्मक और कला के प्रति प्रेम रखने वाले होते हैं। अगर इनको कोई ऐसा साथी मिल जाए जो इनके कलात्मक स्वभाव को बढ़ावा दे तो ये उसके प्रति आकर्षित रहते हैं।

आज मैं आपको पांच ऐसी राशियों के बारे में बताने वाला हूं जिनका विवाह अगर मीन राशि वालों के साथ हो तो अति उत्तम होगा इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढें।

मीन राशि का जीवनसाथी

मीन राशि का जीवन साथी ये पांच राशियां हो तो इनका रिश्ता जीवन भर टिकने की संभावना रखता है।

कर्क राशि

मीन और कर्क का रिश्ता काफी गहरा और लंबे समय तक चलने वाला होता है। इन दोनों के भीतर अनेक समानताएं रहती हैं जो उन्हें एक दूसरे के प्रति आकर्षित करती हैं।

दोनों ही जल तत्व की राशियां हैं इस कारण इन दोनों में भावनात्मक बल अधिक होता है। दोनों बिना कहे भी एक दूसरे की भावनाओं को समझ लेते हैं जो इनके संबंध को और गहरा बनाता है।

ये दोनों एक दूसरे के प्रति अपना प्रेम दिखाते हैं। साथ मिलकर किसी ट्रिप पर जाना या साथ घूमना फिरना इनको पसंद होता है। रिश्तो में दोनों एक दूसरे के प्रति निष्ठा और वफादारी दिखाते हैं जिस कारण किसी के भी मन में असुरक्षा की भावना नहीं आती।

यह दोनों एक दूसरे पर विश्वास करते हैं। दोनों जल तत्व के कारण एक दूसरे से मिल जाते हैं इसलिए इन्हें अलग करना लगभग असम्भव हो जाता है। यह इनके लिए कई बार समस्या भी बन जाती है।

जीवन कई बार ऐसे मोड़ पर ला कर खड़ा कर देता है जब आपको अपने जीवन साथी से अलग रहना पड़ता है चाहे उसका कारण कार्य हो या कुछ और। ऐसे में ये एक दूसरे को छोड़ने के लिए राजी नहीं होते जिससे प्रगति में बाधा आ सकती है इसलिए इन्हें परिवेश को समझकर कार्य करना चाहिए।

वृश्चिक राशि

मीन के साथ वृश्चिक का संबंध बेहतरीन होता है। ये दोनों एक दूसरे के लिए भगवान के द्वारा बनाई गई एक बेहतरीन जोड़ी साबित होते हैं। इनका मध्य घनिष्ठ मित्रता देखकर आस पास के लोग जलन महसूस कर सकते हैं।

ये दोनों राशियां जल तत्व की हैं जिस कारण ये दूसरे को बेहतरीन तरीके से समझते हैं। ये दोनों एक दूसरे को बड़ी सरलता से समझ जाते हैं जिस कारण इनका संबंध गहरा और संतोषजनक होता है। 

इनके मध्य भावनात्मक समझ इतनी गहरी होती है की ये भावनाओं में ही बातें करते हैं। ये दोनों संबंध में एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करते हैं। मीन को एक ऐसा साथी चाहिए होता है जो समर्पित और सुरक्षात्मक हो जो की वृश्चिक होता है।

वृश्चिक मीन को लेकर काफी सुरक्षात्मक हो जाता है। अगर किसी ने मीन को कुछ बुरा भला कहा तो यह वृश्चिक से सहन नहीं होता और वह इस व्यक्ति से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है। 

ये दोनों एक दूसरे के प्रति सुरक्षात्मक होते हैं। इनके मध्य प्रेम भी भरपूर मात्रा में रहता है। इनकी रुचि आध्यात्म में भी होती है। 

वृषभ राशि

मीन राशि और वृषभ राशि का संबंध गहरा और विश्वसनीय होता है। अगर यह दोनों एक दूसरे के ऊपर विश्वास दिखाते हैं तो यह संबंध लंबा भी चलता है।

इन दोनों राशियों को अपने जीवनसाथी का बेसब्री से इंतजार होता है। इनके संबंध में ताजगी तब आती है जब दोनों एक दूसरे के अच्छे कार्यों की तारीफ करते हैं तथा कुछ गलत करने पर उसकी बुराई भी करते हैं।

कई मायनों में ये दोनों एक दूसरे के लिए सहायक साबित होते है। जब वृषभ को गुस्सा आता है तो वो आसानी से शांत नहीं होता उसके लिए एक ऐसे व्यक्ति की आवश्कता होती है जो भावनात्मक तरीके से इनको समझाए। यह कला मीन में होती है।

वृषभ राशि वाले प्रैक्टिकल होने के कारण उन बातों को नहीं समझ पाते जिनको मीन अपने भावनात्मक स्वभाव से सरलता से समझ जाता है। इसी बात को लेके इनके मध्य झगड़ा हो सकता है लेकिन अगर ये दोनों चाहें तो इस संबंध को लंबा और टिकाऊ बना सकते हैं।

कन्या राशि

कन्या और मीन में अनेक विविधताएं हैं इसी कारण ये एक दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इन दोनों के बीच बातचीत बहुत ज्यादा मात्रा में होती है और उन्हें कभी भी बात करने के विषय की कमी नहीं होती। यह इनके संबंध को गहरा बनाता है।

इनका एक दूसरे के साथ बेहतरीन संवाद होना दोनों को एक दूसरे के बारे में गहरी जानकारी देता है। चूंकि दोनों ही द्विस्वाभाविक राशियां हैं इस कारण यह एक दूसरे की बातों पर आसानी से सहमति भी जता लेते हैं।

कन्या राशि वाले व्यवहारिक तौर पर जीना पसंद करते हैं वही मीन ठीक इनके विपरीत भावनाओं को महत्व देते हैं लेकिन यह इनके तकरार का कारण नहीं बनता बल्कि इनके संबंधों को और बेहतर बनाता है। मीन कन्या के भीतर भावनाओं को जगाने का भी कार्य करता है और इतने संवेदनशील भी बना देता है।

एक संबंध में विश्वास करने की बहुत अहमियत होती है। अगर कन्या मीन पर पूर्ण तरीके से विश्वास नहीं कर पाया तो इस संबंध में समस्याएं आ सकती हैं इसलिए इन दोनों को सच का सहारा लेना चाहिए और पूरी वफादारी के साथ संबंध निभाना चाहिए। 

मकर राशि

मकर राशि पृथ्वी तत्व राशि है और मीन राशि जल तत्व। जिस प्रकार जल पृथ्वी को जीवन प्रदान करने में सहायक होता है और पृथ्वी जल को बहने के लिए सतह प्रदान करती है उसी प्रकार इन दोनों राशि के व्यक्ति रिश्ते में एक दूसरे के सहायक होते हैं।

मीन मकर राशि वालों की जरूरतों को समझने की कोशिश करता है और उसे पूर्ण करने का भी प्राप्त करता है वही मकर समझता है कि मीन को खुद में सिमटे रहना पसंद है इसलिए वह बार-बार हस्तक्षेप नहीं करता।

इनके संबंध की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है वैसे वैसे वह और गहरा होता जाता है। कहने का तात्पर्य है कि जितना यह दोनों एक दूसरे को अच्छे से समझने लगते हैं उतना ही इनका संबंध गहरा होता जाता है।

इनके संबंध में कई बार समस्याएं तक खड़ी होती हैं जब मीन मकर से भावनात्मक उम्मीदें बहुत ज्यादा करने लगता है। मकर को दिखावा करना कम पसंद होता है। यह दिखावा करने में अपना समय बर्बाद करने से अच्छा अपने कार्य क्षेत्र के प्रति अपने आप को निपुण बनाना उपयोगी समझते हैं।

इनके इसी मतभेद के कारण कई बार समस्याएं आ जाती हैं लेकिन अगर यह दोनों समझदारी का प्रदर्शन करें तो इनका संबंध लंबे समय तक चलेगा।