मिथुन लग्न में रोग | इन 6 रोगों से हो सकता है खतरा

हर व्यक्ति को अपने जीवन में किसी चीज से डर हो ना हो उसे रोगों से अवश्य ही भय रहता है। कोई व्यक्ति यह नहीं चाहता कि उसे किसी भी प्रकार का रोग हो जाए लेकिन अलग-अलग लग्न और राशि के लोगों के भीतर विभिन्न प्रकार के रोग देखने को मिलते हैं।

उन्हीं में से एक है मिथुन लग्न। मिथुन लग्न और मिथुन राशि वाले लंबे चौड़े और तेज तरार होते हैं। ये फुर्तीले होते हैं। इन्हें कसरत करना भी बहुत पसंद होता है।

इनके भीतर से सबसे बड़ी समस्या पाई जाती है वह है दृढ़ संकल्प की। एक बार यह निश्चय करते हैं कि आज से यह लगातार योग या कसरत करेंगे। लेकिन ये अपने ही फैसले पर अटल नहीं रह पाते और कुछ दिन बाद योग करना बंद कर देते हैं।

आजकल के समय में योग या कसरत ना करना रोगों का सबसे बड़ा कारण बन चुका है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको बताऊंगा कि मिथुन लग्न या राशि वाले लोगों को किन किन रोगों के होने की आशंका रहती है इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

मिथुन लग्न और मिथुन राशि वालों को होने वाले संभावित रोग

सामान्य तौर पर सभी ग्रहों के प्रभाव को देखने के बाद हम एक व्यक्ति के रोगों का वर्णन कर सकते हैं लेकिन आज हम आपको मिथुन लग्न और मिथुन राशि वालों को किन किन रोगों के होने की आशंका रहती है वह बताने वाले हैं।

सर्दी और खांसी

मिथुन लग्न वालों के लिए सर्दी और खांसी बहुत बड़ी समस्या हो सकती है। हल्का सा भी मौसम बदला तो इन्हें तुरंत सर्दी और खांसी पकड़ लेती है। क्योंकि मिथुन वायु तत्व की राशि है इन्हें वायु जनित रोगों से खतरा होता है।

मिथुन लग्न या राशि वालों को अपने आप को बहुत ज्यादा कैद करके नहीं रखना चाहिए। इन्हें खुली हवा में घूमना चाहिए जिससे इनका शरीर किसी एक प्रकार के वातावरण का आदि ना हो जाए।

इन्हें धूल और प्रदूषण से भी बचना चाहिए क्योंकि थोड़ी सी धूल से ही इन्हें छींक और सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। मैंने धूम्रपान भी कभी नहीं करना चाहिए साथ ही ने ऐसे व्यक्तियों के साथ भी नहीं रहना चाहिए जो धूम्रपान करते हों।

खून की कमी

मिथुन राशि वालों के लिए खून की कमी होने की संभावनाएं बहुत अधिक रहती हैं। उन्हें शुरुआत से ही अपने शरीर पर ध्यान देना चाहिए। प्रतिदिन योगा और कसरत करनी चाहिए ताकि उनके शरीर में नया खून बनता है। उन्हें ऐसी चीजें खानी चाहिए जिससे शरीर में खून की मात्रा बड़े।

चोट चपेट लगना

मिथुन लग्न और राशि वालों के लिए चोट चपेट का खतरा रहता है। इन्हें चलते-फिरते भी चोटें लग सकती हैं।

हाथ में पसीना

क्योंकि मिथुन राशि हमारे कंधे और हाथ को दर्शाती है अगर इसमें बुरे प्रभाव पड़ रहे हैं तो यह हमारे हाथों से संबंधित रोग दे सकता है जैसे हाथ के पंजे में पसीना होना।

ब्लड प्रेशर

मिथुन लग्न वालों के छठे भाव में मंगल की राशि आती है और छठा भाव रोग का होता है। यानी कि मिथुन लग्न की कुंडली में रोग का भाव मंगल को सौंपा जाता है और मंगल ब्लड प्रेशर का बहुत बड़ा कारक है। इस कारण मिथुन लग्न वालों को ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है।

त्वचा संबंधी रोग

मिथुन राशि के स्वामी बुध होते हैं। अगर कुंडली में किसी भी प्रकार से बुध कमजोर या पीड़ित हैं तो वे आपको तो 4 से संबंधित रोग दे सकते हैं।

मिथुन लग्न या राशि वालों को रोगों से बचने के उपाय

अगर आपका मिथुन लग्न या मिथुन राशि है तो आपको ऊपर दिए गए रोगों से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए आइए इस बारे में जानते हैं।

मिथुन लग्न या राशि वालों को निरंतर बजरंगबली की पूजा करनी चाहिए। अगर संभव हो तो उन्हें मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी को सिंदूर और तेल चढ़ाना चाहिए और नित्य प्रतिदिन हनुमान चालीसा का कम से कम 3 बार पाठ करना चाहिए।

अगर आप चाहें तो आप मंगल से संबंधित वस्तुएं दान कर सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर मंगल से संबंधित वस्तुएं क्या है। मंगल से संबंधित वह वस्तु है जो लाल रंग की हो। आप लाल रंग का कपड़ा दान कर सकते हैं या लाल रंग की कोई भी मिठाई दान कर सकते हैं।

दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके बताना ना भूलें।