पितृ दोष क्या होता है? | Pitra Dosh Kya Hota Hai?

Pitra Dosh Kya Hota Hai | कई बार हम पितृदोष के दुष्परिणामों से जूझते रहते हैं लेकिन हम यह जान ही नहीं पाते की हमारी कुंडली में पित्र दोष है। अगर हम किसी समस्या को जानेंगे ही नहीं तो हम उसके उपाय कैसे कर पाएंगे।

लोग यह भी शिकायत करते हैं क्यों उनके पास कुंडली नहीं है तो वे कैसे जाने कि उनकी कुंडली में पित्र दोष है या नहीं? कई बार लोग यह भी पूछते हैं कि पित्र दोष है क्या? यह क्यों होता है? आज मैं इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको दूंगा इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

पितृ दोष क्या होता है? | Pitra Dosh Kya Hota Hai?

अपने पितृ गणों की नियमित श्राद्ध नहीं करने और उनकी अवहेलना करने से असंतुष्ट पितृ गण अपने वंशजों को श्राप दे देते हैं यही पितृदोष कहलाता है। इसके परिणाम अत्यंत बुरे हो सकते हैं।

लोगों के पिछले जन्म के बुरे कर्म भी उन्हें पितृ दोष के लायक बनाते हैं। जब ऐसे व्यक्तियों का जन्म होता है जिन्होंने पिछले जन्म में बुरे कर्म किए हैं तो उस व्यक्ति को अनेक प्रकार की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। उसकी जीवन में खुशियों का आगमन ही नहीं हो पाता।

अगर आपने अपने पिछले जन्म में माता पिता को बहुत ठेस पहुंचाई है और उन्हें दुख दिया है तो अगले जन्म में आपको पित्र दोष के साथ पैदा होना पड़ता है। जिससे आपका जीवन कष्टमय हो जाता है।

आजकल के समय में बहुत सारे लोग परंपराओं का पालन नहीं करते। अगर उन्हें किसी व्यक्ति से प्यार हो गया तो पहचाना कि उससे शादी कर लेते हैं। वे सही मुहूर्त का इंतजार भी नहीं करते। यह बिल्कुल गलत बात है। आपको सही मुहूर्त पर शादी करनी चाहिए।

pitra dosh

ऐसा शास्त्रों में बताया गया है कि गलत मुहूर्त मैं शादी करने वाले माता-पिता को पुत्र प्राप्ति में समस्याएं आती हैं। अगर इनको पुत्र होता भी है तो उसकी कुंडली में पितृ दोष पाया जाता है।

पितृ दोष के लक्षण

यह एक बहुत बड़ा दोष है और इसके कारण हमारा जीवन तहस-नहस हो सकता है। आइए जानते हैं की पितृदोष के क्या लक्षण हो सकते हैं। अगर आपके पास आपकी कुंडली नहीं है तो आप इन लक्षणों से मिलान करके अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी कुंडली में यह दोष है या नहीं।

1. विवाह में देरी

पितृदोष का बहुत बड़ा लक्षण है विवाह में देरी। अगर आप का विवाह होने में समस्याएं आ रही हैं तो इसका एक बहुत बड़ा कारण पितृदोष हो सकता है। इसके कारण शादी के लिए रिश्ते ही नहीं आते और अगर आते भी हैं तो बाद में किसी कारणवश विवाह नहीं हो पाता।

2. नौकरी ना मिलना यह छुटना

अक्सर इस दोष के कारण आप जितनी मेहनत करते हैं उसके अनुसार आपको सफलता प्राप्त नहीं होती। इसके कारण आपको जल्दी जल्दी नौकरी बदलने पड़ सकती है।

अगर आप किसी दूसरे के व्यवसाय में काम कर रहे हैं तो आप के कारण उसका व्यवसाय सफल हो जाता है लेकिन अगर आप वही व्यवसाय अपना डालने का प्रयत्न करते हैं तो आपका व्यवसाय विफल होता है। इस दोष का यह बहुत बड़ा लक्षण है।

3. दांपत्य जीवन में कलह

आजकल के समय में अक्सर पति पत्नी की एक दूसरे से नोकझोंक होती रहती है लेकिन अगर वे दोनों एक साथ नहीं रहना चाहते या उनके मध्य रोज लड़ाई झगड़े होते हैं तो यह सामान्य बात नहीं है। बहुत संभावनाएं हैं कि उनकी कुंडली में पित्र दोष हो।

4. संतान सुख में कमी

कई बार पितृ दोष के कारण लोगों को संतान होती ही नहीं है या होती भी है तो उन्हें पर्याप्त मात्रा में सुख नहीं मिल पाता। अगर किसी की कुंडली के पंचम भाव में पितृ दोष बन रहा है तो ऐसा होने की संभावनाएं बहुत अधिक रहती हैं।

5. परिवार जनों से असंतोष

अगर आपके परिवार वालों से आपके रोज लड़ाई झगड़े होते हैं तो यह भी एक पितृदोष का लक्षण हो सकता है। कई बार अगर कुंडली में पितृ दोष का प्रभाव दूसरे भाव पर हो तो ऐसा देखने में मिलता है।

कैसे जाने कि आपकी कुंडली में है पितृ दोष

कुंडली में कई योग ऐसे होते हैं जिनसे पितृदोष बन जाता है। हम आपको उन योगों के बारे में जानकारी देंगे बस आपको अपनी कुंडली खोलकर इन योगों से मिलाना होगा। अगर हमारे द्वारा बताए गए योग आपकी कुंडली में है तो आप पितृ दोष से पीड़ित हैं।

अगर आपकी कुंडली में पहले, दूसरे, चौथे, पांचवें, सातवें, नौवें और दसवें भाव में किसी भी प्रकार के दुरयोग हैं तो इसका अर्थ है कि आपकी कुंडली में पितृ दोष है।

इन भावों में अगर सूर्य-राहु, सूर्य-शनि, राहु-शनि, केतु-शनि, गुरु-केतु या गुरु-राहु की युति हो तो आप यह माने कि आपके जीवन में पितृ दोष के कारण समस्याएं आ सकती हैं।

अगर आपकी कुंडली राहु का प्रभाव ज्यादा है या राहु आपके जीवन में बहुत असर डाल रहा है तो आप समझ सकते हैैं कि यह दोष आपकी कुंडली में है।

पितृ दोष के उपाय

1. पितृ दोष के प्रमुख उपायों में से एक है सच बोलना और हमेशा सच का साथ देना। अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है या को इसके लक्षण देखने को मिल रहे हैं तो आपको हमेशा अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और सत्यता की राह पर चलना चाहिए।

2. कुंडली में पितृ दोष होने पर भगवत गीता का पाठ करना एक बेहतरीन उपाय है। यह आपकी जिंदगी को सुख और शांति से भर सकता है। अगर आप भगवत गीता की बातों पर अमल करते हैं और उनको अपने जीवन में उतार लेते हैं तो आपको पितृ दोष के परिणामों से डरने की आवश्यकता नहीं है।

3. श्राद्ध कर्मों को सही नियम से और किसी पंडित के परामर्श में करना चाहिए। ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं जिससे हमारे जीवन में पितृ दोष के पड रहे बुरे प्रभावों से छुटकारा मिलता है।

4. आपको अपनी दिनचर्या में गायों के लिए समय रखना चाहिए। अगर यह संभव ना हो तो कम से कम आप गायों को चारा डालें। पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए आपको गायों से प्रेम करना चाहिए और जितना हो सके उनकी सेवा करनी चाहिए।

5. आपको पितृ दोष की शांति के लिए कुत्तों को दूध या मलाई खिलानी चाहिए। ऐसा करने से आपके पित्तर प्रसन्न होते हैं और वह आपको आशीर्वाद देते हैं।

6. अपने जीवन में आपको कभी भी किसी बड़े बुजुर्ग का अपमान नहीं करना चाहिए साथ ही साथ आपको अपने माता-पिता की पूरी श्रद्धा से सेवा करनी चाहिए।

7. द्वार पर आए भिक्षुक को कभी खाली हाथ वापस नहीं जाने देना चाहिए। आप अपनी स्वेच्छा अनुसार जो छोटी से छोटी चीजों से दे सकते हैं उसे अवश्य प्रदान करें।

8. घर पर अपने पितरों की तस्वीर हमेशा दक्षिण दिशा की ओर लगाएं। अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपके ऊपर आपके पुत्र कभी प्रसन्न नहीं होंगे जिस कारण आपके मिल रहे दुष्प्रभाव बढ़ते जाएंगे।

9. अगर संभव हो तो आपको अपने हाथों से एक पीपल का पेड़ लगाना चाहिए और नियमित रूप से उसकी देखभाल करनी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है या आपके जीवन में इसके लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको हमारे द्वारा बताए गए उपायों पर अमल करनी चाहिए। अगर आप इनको अपने जीवन में उतार लेते हैं तो आपको पितृ दोष के दुष्प्रभावों का सामना नहीं करना पड़ेगा।