वास्तु शास्त्र में चार दिशाएं बताई गई हैं उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम. इनमें से दो दिशाओं का मेल एक कोण बनाती है. जिसमें 4 कोण बनते हैं. ईशान कोण, नैऋत्य कोण, वायव्य कोण, आग्नेय कोण.
अक्सर लोगों के मन में ईशान कोण को लेकर कई प्रकार के सवाल रहते हैं. जैसे,
- ईशान कोण घर में कहां पर पड़ता है?
- ईशान कोण किस तत्व से बना हुआ है?
- ईशान कोण में क्या रखना चाहिए?
- ईशान कोण में क्या रखने से होता है वास्तु दोष?
और न जाने क्या-क्या. तो दोस्तों आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से ऐसे ही कई सवालों के जवाब देंगे जो आपके मन में ईशान कोण को लेकर उठते रहते हैं.
ईशान कोण क्या है?
लोगों के मन में अक्सर ऐसा सवाल उठता है कि ईशान कोण कौन सी दिशा है. ईशान कोण उत्तर और पूर्व के मध्य में बनने वाला कोण है. घर के इस कोने को सबसे शुद्ध और साफ स्थान कहा जाता है.
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व बताया गया है. ईशान कोण देव गुरु का कोण है. इस कोण को भगवान ब्रह्मा , विष्णु का निवास स्थान कहा जाता है.
वास्तु पुरुष का शीश ईशान कोण में ही रहता है जिसे भगवान शिव की संज्ञा दी जाती है क्योंकि उत्तर और पूर्व दोनों ही शिव ऊर्जा के महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं.
ईशान कोण किस तत्व से बना हुआ है?
वास्तु शास्त्र में हर कोण का अलग अलग तत्व बताया गया है. जिसमें ईशान कोण को जल तत्व का कोण कहा गया है. यह जल की दिशा है. इस दिशा में जल तत्व से जुड़े वस्तुओं को रखना चाहिए.
ईशान कोण में क्या रखना चाहिए?
दोस्तों हर कोण में अलग अलग वस्तु रखने का अलग अलग महत्व है. जो भी वस्तु ईशान कोण में रखी या बनाई जाती है उसका हमारे जीवन में प्रभाव पड़ता है. तो आइए जानते हैं कि हमें ईशान कोण में क्या रखना चाहिए.
1. ईशान कोण में मां तुलसी जी का पौधा
तुलसी जी को शास्त्रों के अनुसार बहुत पवित्र माना गया है इसलिए हमें हमेशा मां तुलसी की पूजा करनी चाहिए. दोस्तों मां तुलसी को भगवान विष्णु का वरदान है कि उनकी पूजा सदैव होनी चाहिए और वो भी भगवान विष्णु की शालिग्राम मूर्ति के साथ.
आप लोगों के मन में सवाल उठता है की मां तुलसी को कौन सी दिशा में रखकर पूजा करनी चाहिए. तो मैं आपको बता दूं की हमें हमेशा मां तुलसी जी का पौधा ईशान कोण में लगाना चाहिए. और उसमें सालिग्राम और भगवान शंकर की मूर्ति रखकर नियमित रूप से पूजा करनी चाहिए.
ऐसा करने वाले मनुष्य के घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है. उनके घर में वंश वृद्धि बनी रहती है. घर के सदस्य निरंतर तरक्की करते रहते हैं.
2. ईशान कोण में घर का प्रवेश द्वार
दोस्तों शास्त्रों के अनुसार ईशान कोण में घर का प्रवेश द्वार होना अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है . और ऐसा कहा जाता है कि जिस भी घर का मुख्य द्वार ईशान कोण में होता है उस घर में मां लक्ष्मी की कभी भी कमी नहीं होती, निरंतर पैसा घर में आता रहता है. भगवान ब्रह्मा, विष्णु की कृपा निरंतर बनी रहती है.
ईशान कोण देव गुरु का स्थान है इसलिए अगर आपके घर का मुख्य द्वार ईशान कोण में है तो आपके जीवन में गुरुओं की कमी कभी नहीं होगी और आपको गुरु के द्वारा दिए गए ज्ञान के कारण जीवन में वृद्धि मिलेगी.
3. ईशान कोण में पूजा स्थान
हमें अपने घर का पूजा स्थान ईशान कोण में बनाना चाहिए. यह कोण पूरे घर का सबसे श्रेष्ठ कोण माना गया है. इस कोण में ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों निवास करते हैं और यह कोण देव गुरु का भी कोण है.
ईशान कोण को हमें हमेशा साफ रखना चाहिए. इस स्थान में हमें हल्के रंगों का स्तेमाल करना चाहिए जिसमें से सबसे बेहतर रंग है हल्का पीला. ये रंग देव गुरु का रंग है. यहां पर यह रंग लगाने से घर के सदस्यों की निरंतर वृद्धि होती रहती है.
4. ईशान कोण में बोर या नल
ईशान कोण में हमें बोरिंग करवानी चाहिए.इससे हमारे घर में सुख समृद्धि आती है. और अगर हम जमीन के नीचे कोई पानी की टंकी बनवाते हैं तो हमें इसी कोण में बनवाना चाहिए.
बहुत लोग अपने घर के बाहर नल बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे उत्तम दिशा ईशान कोण है. नल, जमीन के अंदर पानी की टंकी या और कोई भी जलीय स्त्रोत हमें इसी दिशा में बनवाना चाहिए.
5. ईशान कोण में बच्चों के पढ़ने का कमरा या लाइब्रेरी बनाएं
ईशान कोण को देव गुरु का स्थान कहा गया है. इस स्थान को विद्या अध्ययन करने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान कहा गया है. इसीलिए यहां पर लाइब्रेरी बनाना अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है.
ईशान कोण में बैठकर ग्रहण की गई विद्या हमारे जीवन में बहुत उपयोगी हो जाती है. हम इस विद्या के चलते अपने जीवन में उन्नति करते हैं.
6. ईशान कोण को हल्का रखें
ईशान कोण को सारे कोनों से हल्का रखना चाहिए. कोई भी वस्तु जिसका वजन ज्यादा हो उसको ईशान कोण में नहीं रखना चाहिए.
ईशान कोण को हल्का रखने से वास्तु पुरुष के सिर पे बहुत ज्यादा भार नहीं पड़ता.जिससे घर के सदस्यों की मनोस्थिति ठीक रहती है. कोई भी मानसिक समस्या घर में प्रवेश नहीं करती है.
ईशान कोण का वास्तु दोष
लोग अपनी अज्ञानता के कारण घर के ईशान कोण में ऐसी चीजें बनवा देते हैं जिससे उनके घर के ईशान कोण का वास्तु दोष लग जाता है. दोस्तों जैसा कि मैंने आपको अभी बताया की घर का सबसे शुद्ध कोना है ईशान कोण.
तो अगर इस दिशा में वास्तु दोष लगता है तो यह हमारे लिए बहुत हानिकारक होगा. इसके बहुत सारे बुरे परिणाम हमें देखने को मिल सकते हैं. इसलिए कहीं भी ईशान कोण का निर्माण करवाते समय हमें नीचे दी गई चीजों को ईशान कोण में नहीं बनवाना चाहिए.
1. ईशान कोण में सीढ़ी
ईशान कोण में सीढ़ी का होना बहुत ही बुरा फलदायक बताया गया है. क्योंकि हम ईशान कोण में सीढ़ी बनवा कर वास्तु पुरुष के सिर पर अनायास बोझ डाल देते हैं. जोकि घर परिवार के सदस्यों की मनोस्थिति को हिला कर रख देता है.
जिस किसी भी घर के ईशान कोण में सीढ़ी है उस घर के सदस्य डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं. उन्हें मानसिक बीमारियां जैसे डिप्रेशन भी ही सकता है.
अगर आपके घर के ईशान कोण में सीढ़ी है तो आप उसे अवश्य ही वहां से हटा दीजिए. और अगर आप नहीं हटा सकते या फिर आप तोड़फोड़ नहीं करना चाहते तो आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर जाने ईशान कोण की सीढ़ी का वास्तु दोष तोड़-फोड़ किए बिना कैसे मिटाएं.
ये भी पढ़े : ईशान कोण में सीढ़ियों का वास्तु दोष निवारण (पूरी जानकारी)
2. ईशान कोण में बाथरूम
ईशान कोण देवताओं के लिए उत्तम स्थान कहा गया है इसीलिए हमें ईशान कोण में मंदिर बनवाना चाहिए. लेकिन जब हम ईशान कोण में बाथरूम में बाथरूम की बात करते हैं तो यह बहुत बड़ा वास्तु दोष बनाता है क्योंकि जिस स्थान पर मंदिर होना चाहिए था हम उस स्थान पर बाथरूम बना देते हैं.
ईशान कोण में बाथरूम के कई बुरे परिणाम होते हैं. इस कोने में बाथरूम होने से हर कदम पर समस्याएं आती रहती हैं. बच्चों की पढ़ाई लिखाई खराब हो जाती है और लोग हैरान रह जाते हैं कि पड़ने में इतना अच्छा बच्चा इतना कमजोर कैसे हो गया.
ईशान कोण में बाथरूम घर के सदस्यों को पैसे को लेकर बहुत परेशान के सकता है. घर परिवार में पैसे की तंगी निरंतर बनी रहेगी.
अगर आपके घर के ईशान कोण में बाथरूम है और आप उसके उपाय जानना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर जा के जान सकते हैं.
ये भी पढ़े : ईशान कोण में शौचालय के उपाय (पूरी जानकारी)
3. ईशान कोण में रसोई घर
ईशान कोण में किचन बहुत बड़ा वास्तु दोष बनाता है. दोस्तों किचन अग्नि तत्व है और ईशान कोण जल तत्व है.
इतना तो हम सब जानते हैं की अग्नि और जल कभी भी एक साथ नहीं हो सकते. ऐसा करने से अग्नि बुझ जाती है. अग्नि का बुझना घर परिवार में जोश, आत्मविश्वास और उत्साह में कमी देता है.
किसी भी कार्य को करने के लिए आपके अंदर उत्साह नहीं बचेगा. आपका आत्मविश्वास कम हो जाएगा. आप नए नए लोगों से मिलने और बात करने में घबराने लगेंगे.
ईशान कोण में रसोई घरों में बहुत बड़ी बड़ी समस्याएं खड़ी कर सकती है. घर के सदस्यों के बीच में तकरार आने लगती है.
इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आप अपने ईशान कोण से किचन हटवा दीजिए. और अगर आप तोड़फोड़ नहीं करना चाहते तो फिर नीचे दिए गए उपायों को करें.
- आप अपने किचन में एक कलश में गेहूं या चावल भरकर रख दें और उसको किसी बर्तन से ढक दें. और उसको 1 महीने तक घर में रखने के बाद उस गेहूं या चावल को किसी को दान करदें और फिर से उस कलश में नया गेंहू या चावल भरकर रख दें.
- आप अपने किचन में माता अन्नपूर्णा की तस्वीर लगा सकते हैं. जिससे आपके घर में सुख शांति बरकरार रहेगी और घर के सदस्यों की तबीयत में भी सुधार होंगें.
- आप अपने घर के किचन में पीला रंग करवा सकते हैं. बस ध्यान रखने योग्य बात ये है कि आपका पीला रंग नींबू के जैसे पीला होना चाहिए. ऐस करने से आपके घर की सभी नकारात्मकता खत्म हो जाएगी.
- भगवान शंकर की पूजा करें से भी किचन कि समस्याएं दूर होती है. क्यों कि ईशान कोण के भगवान है भोलेनाथ.
- आप अपने गुरुओं की सेवा करें ऐसा करने से भी आपको वास्तु दोषों से राहत मिलेगी.
इन पांचों उपायों को करने से आपके घर में लगे किचेन वास्तु दोष का निवारण हो सकता है.
दोस्तों ईशान कोण के के बारे में हमारी जानकारी आपको कैसी लगी यह हमें कमेंट करके अवश्य बताएं. अगर आपको ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे द्वारा दिए गए उपाय आपके किसी परिचित के उपयोग में आ सकते हैं तो आप उन्हें भी यह पोस्ट जरूर शेयर करें.
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