चंद्र खराब होने के लक्षण (9 लक्षण)

जिस प्रकार हमारे जीवन में सूर्य और चंद्रमा काफी महत्वपूर्ण होते हैं उसी प्रकार जन्मपत्री में भी सूर्य और चंद्रमा की महत्वता सर्वाधिक होती है। कुंडली में दोनों ग्रहों के ताकतवर होने से व्यक्ति का जीवन बड़ा ही कुशल पूर्वक व्यतीत होता है।

कई बार लोगों के जन्म का समय मालूम नहीं होता जिससे वह अपनी जन्मपत्री नहीं देख पाते जिस कारण उन्हें यही नहीं मालूम पड़ता कि आखिर उनकी कुंडली में कौन सा ग्रह खराब है।

आज मेरे द्वारा बताए गए लक्षणों को आप अपने जीवन से मिलाकर यह अनुमान लगा सकते हैं कि आखिर आपकी कुंडली में चंद्रमा खराब है या नहीं साथ ही अंत में मैं आपको खराब चंद्रमा को सही करने के उपायों के बारे में भी जानकारी दूंगा इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

चंद्र खराब होने के लक्षण

चंद्रमा कुंडली में सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक होता है। मेरे हिसाब से इसका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होने का कारण है की यह मन मस्तिष्क का कारक होता है।

chandra grah kharab

अगर किसी व्यक्ति का चंद्रमा खराब है तो इसका तात्पर्य है कि उसका मन सही स्थिति में नहीं है और मन का अस्थाई स्थिति में होना हमारे और आपके जीवन को तहस-नहस कर सकता है। चंद्र मां तथा जल का भी कारण होता है।

1. भावनात्मक असंतुलन

चंद्रमा भावनाओं को दर्शाता है। अगर यह खराब है तो व्यक्ति के मन में भावनाओं का असंतुलन बना रहता है। वह किसी भी व्यक्ति के समस्याओं को सुनकर उसे अपने जीवन की समस्या बना लेता है और व्यर्थ ही दुखी रहने लगता है।

अगर आप का चंद्रमा खराब है तो कोई भी व्यक्ति आपके सामने अगर बहुत भावुक होकर कोई भी बात बोल दे तो आप बड़ी ही सरलता से उसकी बातों में आ जाएंगे और उसका काम कर देंगे भले ही आपका नुकसान क्यों ना हो रहा हो।

2. माता को कष्ट

चंद्रमा माता का कारक होता है। अगर यह आपकी कुंडली में खराब है तो कहीं ना कहीं यह आपके माता को भी कष्ट दे सकता है यह आपके मां के साथ आपके संबंध को बहुत खराब कर सकता है। 

अगर आप के जन्म के पश्चात आपकी माता की तबीयत थोड़ा बहुत खराब रहने लगी यह आपकी उनसे बहुत ज्यादा बनती ना हो तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका चंद्रमा खराब है और निश्चित तौर पर आपको इसको सही करने की आवश्यकता है।

3. एकाग्रता की कमी

अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा खराब स्थिति में है तो आप अवश्य ही अपने मन को एक जगह पर एकाग्र नहीं कर पाते होंगे। अगर आपके साथ ऐसा है तो यह चंद्रमा के खराब होने का एक लक्षण है।

ज्यादातर छोटे बच्चों में एकाग्रता की कमी रहती है लेकिन अगर उनकी उम्र के साथ उनके मन को एकाग्र करने की क्षमता विकसित नहीं होती तो कहीं ना कहीं इसका एक बहुत बड़ा जिम्मेदार चंद्रमा है।

आम जिंदगी में ऐसे लोगों को कई बार अपना प्रोफेशन बदलते हुए देखा गया है। वे मन बनाकर एक कार्य करते हैं लेकिन कुछ दिन में ही जल्दी से ऊब जाते हैं जिस कारण उन्हें नया कार्य करने की आवश्यकता पड़ती है।

4. बिना सोचे समझे कदम उठा लेना

खराब चंद्रमा होने से व्यक्ति कई बार बड़े-बड़े कदम बिना ज्यादा सोचे समझे उठा लेता है जिससे उसे बाद में पश्चाताप भी करना पड़ सकता है। अगर आपके जीवन में या लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो बस यही आपकी कुंडली में चंद्रमा खराब है और नीचे बताए गए उपायों को आपको करना चाहिए।

5. बेवजह के ख्यालों में खोए रहना

अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बिना किसी बात के ही ख्यालों में खोए रहते हैं और असल दुनिया से भागते रहते हैं तो निश्चित तौर पर आप का चंद्रमा खराब है।

खराब चंद्रमा वाले लोग सोचते बहुत ज्यादा है जिस कारण उन्हें चिंता भी सताने लगती है। इनके साथ समस्या ये रहती है कि कई बार इन्हें जहां नहीं सोचना चाहिए वहां यह व्यर्थ चिंता करते हैं लेकिन जहां इन्हें सचमुच में सोच समझकर निर्णय लेना चाहिए था वहां यह जल्दबाजी में आ जाते हैं।

6. हिंसा का सहारा लेना

हिंसा करना सिर्फ चंद्रमा से ही नहीं देखा जाता या खराब चंद्रमा होने के कारण व्यक्ति हिंसा करता है ऐसा भी नहीं कहा जा सकता लेकिन यह एक बहुत बड़ा कारण है जिससे व्यक्ति हिंसा का सहारा लेता है।

अगर आप का चंद्रमा खराब है तो अब आपको बात बात पर गुस्सा आता है और आप हिंसा करने की राह पर चल देते हैं। आज तक मैंने जितने भी हिंसक व्यक्तियों की कुंडली देखी है उन सभी की कुंडली में चंद्रमा कहीं ना कहीं खराब प्रभाव दे रहा होता है। अगर ऐसा नहीं होता तो उनके मन में कभी भी गलत कार्य करने का विचार आता ही नहीं और अगर आता भी तो वे बड़ी ही सरलता से मन को समझा लेते।

7. व्यक्ति लालची और स्वार्थी हो जाता है

अगर आप कह भीतर बहुत ही ज्यादा स्वार्थ की भावना है और आप अपने स्वार्थ के लिए किसी दूसरे की हानि करने तक को भी तैयार हो तो यह कहीं ना कहीं आपके चंद्रमा के खराब होने की स्थिति को दर्शाता है।

लालची और स्वार्थी हो ना गलत नहीं है लेकिन यह सीमित मात्रा में होना चाहिए साथ ही साथ आपके लाल जी और स्वार्थी होने से किसी दूसरे का नुकसान नहीं होना चाहिए। व्यक्ति को उतना ही लालच करना चाहिए जितना वह पचा सके।

8. दूसरे के कामों की बुराई करना

अगर आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो किसी दूसरे के कार्य की बुराई करते हैं भले ही अंदर ही अंदर आपको वह कार्य पसंद आया हो तो आप का कहीं ना कहीं चंद्रमा खराब है और आपको हमारे द्वारा नीचे बताए गए उपायों को अवश्य करना चाहिए।

9. अनावश्यक चीजों का डर

अगर आपके मन में अनावश्यक किसी भी बात का डर लगा रहता है तो आप जान लीजिए कि आपकी कुंडली में चंद्रमा खराब है। चंद्रमा खराब वाले व्यक्ति जो चीजें अस्तित्व में भी नहीं है कई बार उनसे भी डर जाते हैं।

कुंडली से कैसे जाने कि चंद्रमा खराब है?

आप अपनी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति देखकर यह अंदाजा लगा सकते हैं कि वह आपके जीवन में शुभ परिणाम दे रहे हैं या अशुभ।

अगर चंद्रमा आपकी कुंडली में नीच राशि में है साथ ही साथ उसे पाप ग्रह मंगल, शनि, राहु और केतु से दृष्ट हो तो उन्हें कमजोर स्थिति में पाया जाएगा जिस कारण वे बहुत सही परिणाम नहीं दे पाएंगे।

आपको अपने चंद्रमा की स्थिति नवमांश कुंडली में भी देखनी चाहिए अगर वहां पर चंद्रमा मजबूत स्थिति में है तो वह आपको ज्यादा समस्याएं नहीं देंगे बल्कि आपके जीवन को सरल बनाएंगे।

अगर कुंडली में चंद्रमा शत्रु राशि में स्थित है या सूर्य के साथ अस्त है या उसके पास डिग्री का बल भी नहीं है तो वह कमजोर माना जाएगा जिससे वह बहुत अच्छे परिणाम नहीं दे पाएगा।

अगर कुंडली में चंद्रमा 6, 8, 12 भावों में स्थित है और पाप ग्रहों से दृष्ट है तो यह आपके लिए कई समस्याएं प्रकट कर सकता है।

चंद्रमा को ठीक करने के सरल उपाय

भले ही शारीरिक तौर पर आप कितने भी तंदुरुस्त हो लेकिन अगर आपका मन सही नही है तो आपको हर तरीके के समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

1. अपने मन को सही करने के लिए सबसे पहले आपको ऐसी परिस्थिति में रहना चाहिए जहां ज्यादातर सकारात्मक बातें हैं क्योंकि आपका मन ऐसा है जो जिस चीज को सुनेगा और देखेगा उसी की ओर आकर्षित हो जाएगा।

2. आपके लिए दूसरा उपाय है कि आपको ध्यान (Meditation) करना चाहिए जिससे आपका मन शान तथा संतुष्ट महसूस करेगा। यह आपके मन को सही रखने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है।

3. चंद्रमा को सही करने के लिए आप भगवान शिव की आराधना करके नित्य प्रतिदिन उन्हें जल अर्पण कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके मन को शांति तो अवश्य मिलेगी साथ ही साथ आपके सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाएंगे।

4. अगर आपको ऊपर दिए गए लक्षणों में से कुछ लक्षण दिख रहे हैं तो आपको चांदी की चैन बनवा कर सोमवार के दिन पहन लेना चाहिए या फिर आप चांदी के छल्ले बनवा कर अपने दोनों अंगूठे में पहन सकते हैं।